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यूरिक एसिड को घर में कैसे कंट्रोल करें How to control Uric Acid at Home?

 

   यूरिक एसिड को तुरंत कंट्रोल कैसे करें ?

       मनुष्य के शरीर  में अनेक प्रकार के रासायनिक पदार्थों का निर्माण होता है। ये पदार्थ शरीर के विभिन्न तंन्त्रों में होने वाली सामान्य क्रियाओ के लिए अत्यंत आवश्यक  होते हैं। शरीर में उपस्थित इन्हीं रासायनिक पदार्थों में से एक यूरिक एसिड भी होता है | इस यूरिक एसिड की मात्रा शरीर में बढ़ने के कारण कई प्रकार की बीमारियों का खतरा भी होता है। इसलिए हमें यूरिक एसिड के विषय में सही जानकारी रखना बहुत महत्वपूर्ण है ।

यूरिक एसिड को घर में कैसे कंट्रोल करें How to control Uric Acid at Home?

यूरिक एसिड क्या है?:-

       हमारे शरीर में रोज पुरानी कोशिकाएं टूटती हैं और उनका पुनः निर्माण होता हैइन कोशिकाओं के टूटने से  यूरिक एसिड उत्प्प्न होता हैइसके साथ साथ हम जो भोजन गृहण करते है उससे भी यूरिक एसिड का निर्माण होता है। शरीर की पाचन क्रिया में प्यूरीन नामक प्रोटीन टूटता है, जिसके टूटने से भी हमारे शरीर में यूरिक एसिड (Uric acid) का निर्माण होता है।यूरिक एसिड मुख्य रूप से खून में उपस्थित रहता है।खून में इसका स्तर 6.8mg/dL से अधिक हो जाने पर हाइपरयूरिसिमिया हो जाता है। 

        प्यूरीन सामान्य रूप से पाचन क्रिया के दौरान  शरीर में उत्पन्न होता है और कुछ भोज्य पदार्थों जैसे - रेड मीट (लाल रंग के मांस), बीफ , सूअर का मांस , मुर्गी पालन , मछली और समुद्री भोजन, दाल, राजमा, मशरूम, गोभी, टमाटर, पालक, मटर, पनीर, भिंडी, अरबी, चावल, सूखे सेम में होता है और पेय पदार्थो में रेड वाइन, बीयर आदि  शामिल हो सकते हैं, जिससे  शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा को बहुत बढ़ा सकते हैं। जब शरीर में हाइपरयूरिसिमिया होने से गठिया, डायबिटीज (Diabetes), हार्ट प्राब्लम्स (Heart problem), किडनी की समस्याएँ के बढ़ने का खतरा हो सकता है।

यूरिक एसिड


यूरिक एसिड का चयापचय  कैसे होता है?:-

        यूरिक एसिड (ट्राइऑक्सीप्यूरिन)  7.4 के सामान्य शारीरिक पीएच पर,  यूरेट के आयनित रूप में निर्वहित होता है। प्यूरीन का चयापचय मुख्यत: यकृत में होता है। यूरिक एसिड का २/३ भाग गुर्दे में और १/३ भाग आंतों में उत्सर्जित होता है। गुर्दे में यूरिक एसिड का निस्पंदन और स्रावन का कार्य होता है गुर्दे की निस्पंदन क्रिया में विकार उत्पन्न होने पर हाइपरयुरिसीमिया हो सकता है। 

यूरिक एसिड बढ़ने के कारण :-

युरिक एसिड बढ़ने के मुख्य कारणों में शामिल हैं:

  1. अधिक मात्रा में प्यूरिन युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करना।
  2. शराब, बीयर और अन्य शराबी पेय पीना।
  3. मोटापा
  4. शरीर में सुगर की मात्रा अधिक (डायबटीज ) होना 
  5. किडनी की निस्पंदन कार्य झमता में कमी होने पर 
  6. फास्ट फूड और बाहर का खाना खाना।
  7. शरीर में आयरन की कमी।
  8. दवाओं का अधिक सेवन करना जैसे कि डायुरेटिक दवाएं, एस्पिरिन और नाइट्रोजन कंपाउंड।
  9. जिगर की बीमारी, थायराइड की समस्या और अन्य अवसादी रोगों के लिए उपचार करना।
  10. किसी रोग में कीमोथेरेपी द्वारा इलाज कराने या कैंसर से पीड़ित होने से भी यूरिक एसिड के बढ़ने का कारण होती हैं।
  11. सोरायसिस रोग होने के कारण युरिक एसिड के स्तर में बढ़ोतरी

ये सभी कारण शरीर के युरिक एसिड के स्तर में बढ़ोतरी को बढ़ावा देते हैं। 

यूरिक एसिड के बढ़ने के लक्षण हैं:-


यूरिक एसिड के बढ़ने के लक्षण हैं:-

यूरिक एसिड का बढ़ना एक महत्वपूर्ण और सामान्य समस्या है जो ज्यादातर मानवों में पायी जाती है। यूरिक एसिड के बढ़ने के कुछ मुख्य लक्षण हैं:-

  1. जोड़ों में दर्द:- यूरिक एसिड के बढ़ने से जोड़ों में दर्द और स्थिरता का अनुभव हो सकता है।
  2. गठिया के लक्षणों में वृद्धि।
  3. त्वचा पर दाने:- यूरिक एसिड के बढ़ने से त्वचा पर दाने या खुजली का अनुभव हो सकता है।
  4. मूत्र अवसाद:- यूरिक एसिड के बढ़ने से मूत्र अवसाद का अनुभव हो सकता है।
  5. मूत्र में संक्रमण:- यूरिक एसिड के बढ़ने से मूत्र में संक्रमण का अनुभव हो सकता है।
  6. बुखार:- बुखार या शरीर के कुछ हिस्सों में तापमान का बढ़ना।
  7. चक्कर:- यूरिक एसिड के बढ़ने से चक्कर या सिरदर्द का अनुभव हो सकता है।
  8. किडनी में पथरी होने की समस्या उत्पन्न हो सकती है ।

कैसे करें घर पर यूरिक एसिड का इलाज:-

यूरिक एसिड की समस्या को नियंत्रित करने के लिए डॉक्टर के परामर्श के साथ साथ अपने संतुलित भोजन योजना में भी कुछ परिवर्त्तन लाने आवश्यक है और उसका नियमित पालन करने पर आपको उचित परिणाम मिलते हैं। आहार परिवर्तन के साथ -साथ  व्यायाम  पाचन प्रक्रिया दुरुस्त होने में मदद करता है

 हमें यह जानना  सबसे महत्वपूर्ण है कि किस तरह का आहार परिवर्तन करें जो  इसके नियंत्रण में सहायक हो  हमारे दैनिक भोजन में प्यूरिन की मात्रा लगभग 600-1000 मिलीग्राम है। जिसे आहार में बदलाव लाकर इसे 100-150 मिलीग्राम तक सिमित करनी चाहिए

जैतून का तेल-

अपने भोजन को तैयार करने के लिए जैतून के तेल का उपयोग करें  जैतून का तेल मोनो सैचुरेटेड फैट यानि अच्छे वसा के रूप में जाना जाता है जिसके सेवन से  यूरिक एसिड का स्तर कम हो सकता है

सलाद का सेवन करें- 

अपने भोजन में सलाद को अवश्य शामिल करें जिसमें प्याज,खीरा ,ककड़ी आदि फाइबर युक्त हरी सब्जियों को शामिल करें। जिससे आप अपने मेटाबॉलिज्म में सुधार करके यूरिक एसिड को नियंत्रण में ला सकते हैं

सेब का सिरका-

सेब का सिरका प्राकृतिक क्लीन्जिग व डिटॉक्सिफाइंग का कार्य करता है यह एंटीऑक्सीडेंट और anti-inflammatory फ़ूड  है, जो शरीर में  खून के  पीएच लेवल को नियंत्रित करने में मदद करता है.यूरिक एसिड को भी कम करता है

नींबू पानी पिएं- 

नींबू में उपस्थित साइट्रिक एसिड शरीर को अधिक अल्काइन (alkaline) बनाने में मदद करता है. जो पीएच लेवल को बढ़ाता है।  आपको अपने आहार में नींबू पानी को अवश्य शामिल कर लेना चाहिए. इसमें साइट्रिक एसिड पाया जाता है, सुबह खाली पेट गुनगुने पानी में नींबू का रस मिलाकर पीये  इससे बढ़ा हुआ वजन घटाने में और यूरिक एसिड कंट्रोल करने में भी मदद मिलेगी

बेकिंग सोडा-

बेकिंग सोडा अल्कलाइन के लेवल को नियंत्रित रखता हैयूरिक एसिड को घुलनशील बना देता है एक या आधा चम्मच बेकिंग सोडा एक ग्लास पानी में मिलाकर दिन में २ से ३ बार पिएं, ऐसा करने से यूरिक एसिड कम होता है। 

कच्चा पपीता-

कच्चे पपीते में फाइबर ,विटामिन सी, एंटीऑक्सीडेंट और एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण मौजूद होते हैंजिससे यूरिक एसिड के कारण होने वाले जोड़ों में दर्द से राहत मिलती हैयह प्रोटीन के पाचन में मदद करता है जिससे रक्त में यूरिक एसिड के निर्माण कम होता है। 

कैसे करें बचाव:-

  1. यूरिक एसिड को कंट्रोल करने के लिए आपको प्यूरिन युक्त खाद्य पर्दार्थो ( रेड मीट, ऑर्गन मीट,सूअर का मांस , मुर्गी पालन , मछली और समुद्री भोजन, दाल, राजमा, मशरूम, गोभी, टमाटर, पालक, मटर, पनीर, भिंडी, अरबी, चावल, सूखे सेम, पोल्ट्री)से दूरी बनाकर रखना चाहिए
  2. इसके अलावा यूरिक एसिड से ग्रसित होने पर सोडा,रेड वाइन, बीयर कोल्ड ड्रिंक,पैकेज वाले जूस नहीं पीना चाहिए।  इन ड्रिंक्स में भी प्यूरिन होता है |जिससे आपका यूरिक लेवल बढ़ सकता है
  3. यूरिक एसिड से पीड़ित लोगो को ज्यादा से ज्यादा पानी पीना चाहिए. जिससे आपकी किडनी के फिल्ट्रेशन का कार्य सही से हो पाता है। जो यूरिक एसिड को  पेशाब के रास्ते बाहर निकालने में मदद करता है. इससे यूरिक एसिड का लेवल कम हो जाता है
  4.  अपनी डाइट में अखरोट, ब्राउन राइस, पालक, ब्रोकली सेब ,नीबू को शामिल करके यूरिक एसिड की मात्रा को कम कर सकते है क्योंकि इसमें फाइबर की मात्रा ज्यादा होती है, जिससे मेटाबॉलिज्म ठीक हो जाता  है और यूरिक एसिड का लेवल नियंत्रित रहता है

Disclaimer: इस ब्लॉग  में दी गई जानकारी , तरीक़ों व उपायों को केवल सुझाव के रूप में लें, ब्लॉगर द्वारा  इनकी पुष्टि नहीं की जाती है. इस लेख में दी गई त किसी भी उपचार या डाइट और सुझाव को दैनिक जीवन में शामिल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.

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