सुबह की शुरुआत स्वस्थ पानी के साथ कीजिये |Start the morning with healthy water.
सुप्रभात , सुबह की शुरुआत स्वस्थ पानी के साथ कीजिये | अक्सर हमने अपने बड़ो से सुना है की सुबह की शुरुआत स्वस्थ चीजों के साथ करनी चाहिए | हम अपने दिन की शुरुआत गर्म पानी के साथ करते है | हमे पानी किस गिलास में पीना चाहिए जिससे हमे स्वास्थ लाभ मिल सके | गिलास कई प्रकार के होते है जैसे चांदी , पीतल , ताँबे ,स्टील , कांच ,मिट्टी , लोहे आदि | हमारे शारीरिक आवश्यकता के अनुसार हमे किस गिलास में पानी पीना अधिक लाभकारी होगा यह हम इस लेख में आप को बताने का प्रयास कर रहे हैं | आप इस लेख को पढ़ कर आसानी से सही गिलास का चुनाव कर अपने स्वास्थ को उत्तम बना सकते हैं |
स्वस्थ पानी क्या है ?
आज के बदल रहे वातावरण में हमारे शरीर की प्रतिरोधक झमता कम होती जा रही है | जिसके लिए लिए हमे शुद्ध खान पान की आवश्यकता अधिक होरही है | हमारे बड़े बुजुर्ग कहते है की हमे दिन की शुरुआत शुद्ध वायु , खान पान के साथ करनी चाहिए | जिससे हमारा पूरा दिन अच्छा जाता है| तो आप सुबह की शुरुआत स्वस्थ पानी के साथ कीजिए | स्वस्थ पानी से मेरा मतलब ऐसा पानी जो हमारी शारीरिक आवश्यकताओ को पूरा कर सके | अलग-अलग गिलास में पानी रखने से उसमे अलग गुण ,अवगुण आ जाते है |जो हमारे लिए लाभकारी भी हो सकता है और हानिकारक भी | आज मैं आप को बताऊगी की किस गिलास में पानी रखने से उसमें क्या परिवर्तन आता है|
ताँबे के गिलास में पानी पीना
रात को ताँबे के गिलास में पानी भर कर रखने और सुबह उसे खली पेट पीने से हमें कई प्रकार के लाभ मिलते है | यह पानी हमारी बॉडी को Ditox करता है | शरीर में कॉपर की कमी को पूरा करता है और toxin को बाहर निकालता है| इसके आलावा भी यह पानी अनेक तरीको से भी हमारे शरीर को लाभ पहुँचाता है |
- वजन को कम करने में सहायक होता है |
- त्वचा,आँख ,बाल के लिए आवश्यक मेलेनिन प्रदार्थ के उत्पादन में सहायक होता है |
- ताँबे का जल यूरिक एसिड को नियंत्रित करने में सहायक होता है जिससे गठिया की समस्या नहीं होती है |
- एनीमिया की समस्या को दूर करने में सहायक होता है |
- ह्रदय के रोगो से बचाव करता है |
ताँबे जल के नुकसान
सिमित मात्रा से अधिक पानी पीने से पेट में गैस व आंतों में घाव पैदा करता है | कॉपर की अधिकता से लिवर को भी झति होती है | इस पानी में नीबू नहीं डालना चाहिए क्योकि नीबू डालने से पानी विषाक्त हो जाता है |
चांदी के गिलास में पानी पीना
- चांदी के गिलास पूरी तरह से बैक्टेरिया रहित होते है | इसमें पानी पीने से इसके तत्व हमारे शरीर में चले जाते है| जो हमारी प्रतिरोधक झमता को बढ़ाने का काम करती है |
- इसका जल सरीर व दिमाग को ठंडक प्रदान करता है| हम तनाव मुक्त रहते है | हमारे शरीर का तापमान भी नियंत्रित रहता है |
- सर्दी जुखाम को दूर रखने में सहायक होता है |
- खून की कमी को पूरा करता है |
- किडनी व यकृत को सही रखने में मदद करता है |
- पित्त रोगो को दूर करने में सहायक होता है|उम्र बढ़ने की गति को कम करता है |
चांदी के गिलास में पानी पीने से शरीर को किसी भी प्रकार का नुकसान नहीं होता है |
पीतल के गिलास में पानी पीना
पीतल की प्रकृति गर्म होती है |जिससे कफ दोष की समस्या दूर होती है | जिससे हम खाँसी जुकाम से बचे रहते है | हमारे पेट में गैस की समस्या भी नहीं होती है | पीतल का पीला पन आँखों को ऊर्जा प्रदान करता है | जिससे वह स्वस्थ रहती है | पीतल के बर्तन का पानी हमारी याददाश्त को मजबूत बनाता है | यह जल यकृत को मजबूती प्रदान करता है और पेट की समस्या से दूर रखता है |
मिट्टी का गिलास में पानी पीना
मिटटी का गिलास पर्यावरण के अनकूल होता है | इसमें किसी भी प्रकार के Unhealthy camical नहीं होते है | मिट्टी के बर्तन का पानी सबसे ठंडा रहता है यह हमारे Metabolism को सही रखता है यह पानी गैस की समस्याओं , एसिडिटी से भी बचता है | इसकी प्रकृति ठंडी होने के कारण गर्मी के मौसम के लिए सबसे सही है | नुकसान
मिट्टी के बर्तन का पानी कफ प्रकृति वाले लोगो के लिए सही नहीं होता है क्योंकि इसका जल ठंडा रहता है जिससे खाँसी जुकाम की समस्या बढ़ जाती है |
अन्य गिलास में पानी पीना
- स्टील के गिलास सस्ते व लोकप्रिय होते है इनमे पानी पिने से किसी भी प्रकार का Helth Benefit नहीं होता है |
- प्लास्टिक के गिलास में पानी भरकर रखने से बहुत से उन्हेUnhealthy Camicals पानी में मिल जाते है | जो हमारे स्वास्थ के लिए हानिकारक होता है |
- काँच के गिलास में पानी भरकर रखने से पानी के गुण में किसी भी प्रकार का कोई परिवर्तन नहीं आता है | बस उसके काँच में केडमियम और सीसा नहीं होना चाहिए |
FAQ-
Qus-1- एक दिन में हमें कितना पानी पीना चाहिए ?
Ans- विशेषज्ञों के अनुसार , पुरुषों को एक दिन में 3.7 लीटर पानी की आवश्यकता होती है और महिलाओं को एक दिन में 2.7 लीटर पानी पीना चाहिए | परन्तु गर्मी में पानी की मात्रा बढ़ जाती है |
Qus-2- शरीर को डिटॉक्स करना क्या है ?
Ans- शरीर को स्वस्थ रखने के लिए शरीर को अन्दर से साफ करने की क्रिया डिटॉक्स कहलाती है | इस क्रिया द्वारा गुर्दे ,आंतों ,फेफड़ो ,लसिका प्रणाली और त्वचा के विषाक्त प्रदार्थ बाहर आ जाते है जिससे यह सभी अंगों की क्रिया बढ़ जाती है |
Qus-3- toxin क्या है ?
Ans-हमारे शरीर के ऐसे जहरीले पर्दाथ जिनका असर हमारे शारीरिक अंगों व ऊतकों पर पड़ता है| जिससे थकान ,ब्रेन फॉगिंग हार्मोन असंतुलन ,पाचन क्रिया असंतुलन ,त्वचा संबंधित समस्याएँ हो जाती हैं |
Qus-4- पानी में Unhealthy Camicals कौन से होते है?
Ans- पानी के Unhealthy Camical में नाइट्रोजन, ब्लीच, लवण, कीटनाशक, धातु, बैक्टीरिया द्वारा उत्पन्न विषाक्त पदार्थ और मनुष्य या पशु दवाएं शामिल हैं।
Qus-5- हमारे शरीर का तापमान कितना होता है ?
Ans- हमारे शरीर का सामान्य तापमान लगभग 98.6° F (37°C) होता है।
Qus-6- मेटाबोलिज्म क्या है?
Ans- जीवित प्राणी में जीवननिर्वाह के लिये होने वाली रसायनिक प्रतिक्रियाओं को कहते हैं। इसकी कमी होने पर प्राणी का वजन बढ़ जाता है|
Apka blog bahut hi umda hai...ya pad kar kal se hum bhi swasth Pani Pina suru kar denge
जवाब देंहटाएं